Last modified on 27 फ़रवरी 2008, at 00:46

कविता निजी मामला नहीं है / कुमार विकल

Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:46, 27 फ़रवरी 2008 का अवतरण

कविता आदमी का
निजी मामला नहीं है
एक दूसरे तक पहुंचने का पुल है

अब वही आदमी पुल बनाएगा
जो पुल पर चलते आदमी की
सुरक्षा कर सकेगा.