सचमुच, इधर तुम्हारी याद तो नहीं आई,
- झूठ क्या कहूँ । पूरे दिन मशीन पर खटना,
 
 
बासे पर आकर पड़ जाना और कमाई
- का हिसाब जोड़ना, बराबर चित्त उचटना ।
 
 
इस उस पर मन दौड़ाना । फिर उठ कर रोटी
- करना । कभी नमक से कभी साग से खाना ।
 
 
आरर डाल नौकरी है । यह बिल्कुल खोटी
- है । इसका कुछ ठीक नहीं है आना-जाना ।
 
 
आए दिन की बात है । वहाँ टोटा-टोटा
- छोड़ और क्या था । किस दिन क्या बेचा-कीना ।
 
 
कमी अपार कमी का ही था अपना कोटा,
- नित्य कुँआ खोदना तब कहीं पानी पीना ।
 
 
- धीरज धरो आज कल करते तब आऊँगा,
 
- जब देखूंगा अपने पुर कुछ कर पाऊंगा ।