आः अतूः आः आः
जनता भिन्ने तवाह,
नेता अपने अवाह,
आः अतूः आः आः
कौरा नहि हाथ, तखन
व्यौरा लऽ करते की,
फेकि देल पाते पर
लड़ि-कटिकऽ मरते की?
बुढ़िया विषपिपड़ी
आ छौंड़ा तड़ङाह,
आः अतूः आः आः
आः अतूः आः आः
जनता भिन्ने तवाह,
नेता अपने अवाह,
आः अतूः आः आः
कौरा नहि हाथ, तखन
व्यौरा लऽ करते की,
फेकि देल पाते पर
लड़ि-कटिकऽ मरते की?
बुढ़िया विषपिपड़ी
आ छौंड़ा तड़ङाह,
आः अतूः आः आः