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शाब्दिक जोगीरा / चन्द्रनाथ मिश्र ‘अमर’

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पुछलनि किसनू कहू काकजी शीशिक मुन्ना ठेकी,
तखन कोना तबलाक नामकेँ लोक कहै छै ठेका?
जहिना धान कुटल जाइछ जेहिमे से कहबय ढेकी
खोंसै छी धोतीक खूँट जे पाछाँ से थिक ढेका।
गोबर छाउड़ उघै छी जेहिमे से कहबै अछि ढाकी
बंगला देशक मुदा राजधानीक नाम छै ढाका
नाका पुलिसक अड्डा। नाक पोटाक बाट थिक।