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नया ठिकाना / मनीषा जैन

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बनाते रहे वे
बड़े-बड़े
शानदार मकान
घूमते रहे
शहर-दर-शहर
मकान पूरा होने पर
रातों रात वे
अपना नया ठिकाना
खोजने लगे।