छोटा सा बलमा मोरे
रचनाकार: कांतिमोहन 'सोज़'
छोटा सा बलमा मोरे आँगना में गिल्ली खेले।
पनिया भरन जाऊँ वो कहे मोहे गोदी ले ले। छोटा सा बलमा मोरे आँगना में गिल्ली खेले॥
गोदी उठाऊँ तो वो यूँ कहे मोहे ले चल मेले। छोटा सा बलमा मोरे आँगना में गिल्ली खेले॥
मेले ले जाऊँ तो जुल्मी कहे कहीं चल अकेले। छोटा सा बलमा मोरे आँगना में गिल्ली खेले॥
कैसे बताऊँ मेरी जान को हैं सौ झमेले। छोटा सा बलमा मोरे आँगना में गिल्ली खेले॥