Last modified on 26 दिसम्बर 2014, at 17:13

भरोसा / अरविन्द कुमार खेड़े

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:13, 26 दिसम्बर 2014 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अरविन्द कुमार खेड़े |अनुवादक= |सं...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

एक भरोसा
मैं दिल में लिए चलता हूँ
एक भरोसा
मैं दिल में दिए चलता हूँ
मैं खड़ा रहता हूँ
तब तक
जब तक तुम
ओझल नहीं हो जाते
मैं खड़ा रहूँगा
जब तक कि तुम पलट कर
मुझे देख नहीं लेते
जब तक
अपने भरोसे की
कर नहीं लेते तसल्ली.