Last modified on 29 अप्रैल 2015, at 16:17

ओजी पांच बधावा म्हारे आवियाजी / मालवी

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:17, 29 अप्रैल 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |रचनाकार=अज्ञात }} {{KKLokGeetBhaashaSoochi |भाषा=मालवी }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

ओजी पांच बधावा म्हारे आवियाजी
ओजी पांचां री नवी-नवी भांत
नारेळ म्हारा बार, सुपारी म्हारे ऑगणे जी
होजी चारोली चौबारिये रे मांय
दाख म्हारा मेहल में जी।