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बजता ढोल / शेरजंग गर्ग

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ढम-ढम, ढम-ढम बजता ढोल,
ढोल के भीतर होती पोल।

पोल छिपाकर क्या होना है,
शोर मचकर क्या होना है।

सुर के साथ बजाओ ढोल
वर्ना खुल जाएगी पोल।