Last modified on 28 नवम्बर 2015, at 21:20

लड़त / संजय पुरोहित

Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:20, 28 नवम्बर 2015 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

अंधारै सूं
अज्ञान सूं
घिरणा अर
कूड़ सूं
लड़त है लूंठी
थूं थारै दीया नै
राखीजै संभाळ
दीया दीठ रा
दीया साच रा
दीया नेह रा
देखी निजरां नी भीजै
दीया नी गळगळीजै
लड़त में
सैं‘कीं हुवैला
पण खा सौगन
हार नी मानैलौ
लड़त रा नैम
निभावैलौ
म्रित्यू री रेख तांई
करैलो भिड़त
हुवैली जीत थारी
ओ म्हैं दूं थन्नै
म्हारौ बिसवास