Last modified on 12 फ़रवरी 2016, at 12:27

घायल घाटी / निदा नवाज़

Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:27, 12 फ़रवरी 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निदा नवाज़ |अनुवादक= |संग्रह=अक्ष...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

आज घाटी के लोगों ने
अपनी माँ को
अमृत पिलाया
कि अम्र हो जाए
मैया
किन्तु अमृत में
विष मिला था
घाटी का कण-कण
हो गया क्षत-विक्षत
और घायल घाटी का
सारा शरीर हो गया
विष सागर।