पेटू मामा खाय झट-पट
मामी सें होय छै खट-पट
नैं बातोॅ में कहियो मेल
झगड़ा-झंझट, ठेलम-ठेल
साथ पढ़ै के राखै बस्ता
घंटे घंटे मांगै नस्ता
पता नै की की लीखै छै
रोज नया कुछ सीखै छै
छै रेडियो आरोॅ टी.भी
यही सें चिड़कै छै बीबी
कहथौं कुछ नै कमाबै छो
बेरथ समय गँमाबै छो
नस्ता जेन्हैं करी के उठलै
पोथी-कलम किताब में जुटलै
हुरकुच्चै छै कमाबै लेॅ
व्यर्थ न समय गँमाबै लेॅ
डुबलै कलम किताबोॅ में
पता नै कोन-कोन ख्वाबोॅ में