हे गे सरकारी बिल्ली
कहिया तों जैबे दिल्ली
सूतै छैं डिब्बा में तों
बंद करी लै छैं किल्ली
चितकबरोॅ छौ चरित्तर
जैसें कुतिया रो पिल्ली
मंू तोरोॅ बड़ा लुभौना
जाय छैं जब हिल्ली-मिल्ली
सब नें अब बूझी गेलौ
करतब तोर शेखचिल्ली
करलें तों बड़ी कमाई
अंटी अब होतो ढिल्ली
पांच बरस के बादे
उड़तौ जब तोरो खिल्ली