अस हर नाम हिरदय जब आबे।
सकल सोच मोचन सुकदायक दुख दालुद्र नसाबे।
आगम निगम निहारत निस दिन पंडत मनु कह भावे।
सेस महेश सुरेश और सब प्रेम मगन गुण गावे।
उड़गन कोट ससी परगासत रवि सों दिविस कहावे।
ऐसई नाम उदय के भय से भ्रम श्रम दूर गमावे।
जूड़ीराम नाम के सुमरे संत परम पद पावे।