Last modified on 22 सितम्बर 2016, at 02:49

माँ / नीता पोरवाल

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:49, 22 सितम्बर 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नीता पोरवाल |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCat...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

हुलस कर
बह उठती है
एक मीठी नदी

जब
पुल बन जाती है
माँ
पिता और बच्चे के बीच

हरिया उठता है
उपवन
रेतीले किनारों पर