Last modified on 21 अक्टूबर 2016, at 03:43

ध्यान रखना / सपना मांगलिक

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:43, 21 अक्टूबर 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार={{KKCatBaalKavita}} |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatBaalKavita}}...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मेरे बच्चे बात मेरी यह ध्यान में रखना
जमीन पर रखना पैर, नजर आसमान में रखना
टूटे डैनों से भी उड़ा करते हैं परिंदे
हों ना हों पंख हौसला कायम उड़ान में रखना
बोल ही अक्सर दोस्त बनाते बोल ही दुश्मन
दिल के साथ मिसरी अपनी जुबान में रखना
पूरे होते ख्वाब उन्ही के ख्वाब जो देखा करते हैं
लोग हँसे भले, ऊँचाई फिर भी अरमान में रखना
कहने से भी ज्यादा सुनना बेहतर होता है
मुंह पर लगाम वजन अपने कान में रखना
मान देकर ही मिलेगा सम्मान तुम्हें बच्चे मेरे
कोई कसर ना दूसरों के सम्मान में रखना