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मुहिंजो पतंगु / मीरा हिंगोराणी

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करे हवाउनि सां थो ॻालिहियूं,
ॿारनि जे मन भरे उम्मंग,
आसमान ॾे हलियो पतंगु।

आसमान मां कुडं/दो आयो,
बादल जो मुंह चुमंदो आयो,
रहे हरदम मस्त मलंगु...
असमान ॾे...

कॾहिं मथे कॾहिं हेठि अचे,
कठपुतिलीअ जियां खूब नचे,
शमन गुॾी आ मुहिंजो पतंगु।

अचुत गोलू-पेचु लड़ायूं,
आसमान में पतंग उॾायूं।

रंग रंगोलो सुहिणो पतंगु...
आसमान ॾे हलियो पतंगु...