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वाइदो / मुकेश तिलोकाणी

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सुभाणे
हथु तोसां, मिलण ईंदो
तूं पंहिंजे
आखेरे में
सलामत रहिजि
पंहिंजा कोमल हथ
ख़ाली रखिजि
तोख़े कुझु ॾिए त
कु़र्ब समुझी
वठी रखिजि
हू बि खु़शि
तूं बि खु़शि।