Last modified on 6 फ़रवरी 2017, at 18:22

अकेलो / लक्ष्मण पुरूस्वानी

Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:22, 6 फ़रवरी 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=लक्ष्मण पुरूस्वानी |अनुवादक= |संग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मां अकेलो जन्म-जन्म खां
प्रीत न कंहि मूं साण कई आ

पाछुलनि जे आहियां विच में
मगर न का तस्वीर ठही आ

जिन सूरन खां परे परे सभि
नातो उन्हनि सां जोड़े छदियो आ

मन मतवालो नाजुक शीशो
जंहिं चाहियो तंहि टोड़ियो आ

पंहिजनि ई त फरेब दिना
करे छदियो गुमराह खणी
बादल बणिजी छांव दिनी मूं
मिली तपत मां पियुसु छणी

दिल कंहिजी थी मूंते फ़िदा
छदी ज़माने नजर हणी

गुजिरी वेई, कुझु वेंदी गुजिरी
थींदो ”लक्षमण“ केर धणीं!!