Last modified on 20 फ़रवरी 2017, at 12:49

नींद / श्रीप्रसाद

Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:49, 20 फ़रवरी 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=श्रीप्रसाद |अनुवादक= |संग्रह=मेरी...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

नींद बड़ी अच्छी लगती है
मीठी गोली जैसी
नींद बड़ी अच्छी लगती है
माँ की बोली जेसी

नींद बड़ी अच्छी लगती है
अपने खेलों जैसी
नींद बड़ी अच्छी लगती है
सुंदर मेलों जैसी
नींद बड़ी अच्छी लगती है
झिलमिल किरनों जैसी
नींद बड़ी अच्छी लगती है
चंचल हिरनों जैसी

नींद बड़ी अच्छी लगती है
अपनी नानी जैसी
नींद बड़ी अच्छी लगती है
कथा कहानी जैसी

नींद बड़ी अच्छी लगती है
मुझे नींद आई है
नींद बड़ी अच्छी लगती है
आकर अलसाई है।