दुख
जमीन है
एक बीज साजिसमें
कुनमुनाता है
सुख
लहर है दुख
अनंत सागर की
एक मछली-सा जिसमें
डूबता-उतरता है
जीवन
अंधेरे में
प्रकाश की
टोह लेता हुआ
न थकने वाला
हाथ है-
दुख।
दुख
जमीन है
एक बीज साजिसमें
कुनमुनाता है
सुख
लहर है दुख
अनंत सागर की
एक मछली-सा जिसमें
डूबता-उतरता है
जीवन
अंधेरे में
प्रकाश की
टोह लेता हुआ
न थकने वाला
हाथ है-
दुख।