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69 / हीर / वारिस शाह

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तेरे नाम तों जान कुरबान कीती माल जान तेरे उतों वारया ई
पासा जान दा सीस मैं ला बाजी तुसां जितया ते असां हारया ई
रांझा जीउ दे विच यकीन करके महिर चूचके पास सिधारया ई
अगे पैंचनी हो के हीर चली कोल रांझे नूं जा खलारया ई

शब्दार्थ
<references/>