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अस्पताल / अमरजीत कौंके

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बात तो छोटी सी थी
हल्के से पेट दर्द से शुरू हुई
जल्दी-जल्दी में गरीब आदमी
बच्चे को उठा कर ले गया अस्पताल

टूट पड़े डाक्टर उस पर
जैसे भूखे भेड़िये शिकार पर
उनके लिये बच्चा
मुश्किल से नई फँसी आसामी कोई

दाखिल कर
महँगी दवाओं की स्लिप
हाथ में पकड़ायी
हस्पताल के भीतर से ही
दवाईयाँ खरीदने की
हिदायत साथ टाँक कर

ग्लूकोस की बोतलें
मँहगे टीके
बच्चे के शरीर में जाने लगे
ताकतवर दवाईयों ने करिश्मा दिखाया
एक अंग को ठीक करते
शरीर के और अंगो तक पहुंचा असर
पेफपफड़ों में हुई इन्पैफक्शन
गुर्दे फेल

लिखे टैस्ट महँगे और महँगे
बिगड़ी हालत
और बिगड़ी
रहती कसर
वैंटीलेटर ने पूरी कर दी
हवा का गुब्बारा मुर्दा जिस्म में
नकली साँस फूँकने लगा
 
और चार दिन
डाक्टरों ने हिला दिया ना में सिर
लाखों में बना हस्पताल का बिल

गरीब बाप ने
लाश लेने के लिए
व्याज़ पर कर्जा ले कर
चुकाया अस्पताल का बिल
और लाखों का ऋणी हो कर
बच्चे का मुर्दा जिस्म
ले आया घर

बात तो हल्के से
पेट दर्द से ही
शुरू हुई थी।