तुमसे मिलकर
कई भ्रम टूटे
मसलन ज़िंदगी में होता है
प्रेम बस एक बार
कि देह से अलग होता है मन
कि रस्मों-रिवाज़ से ही बनती है
दुनिया खूबसूरत
तुमसे मिलकर
कई भ्रम टूटे
मसलन ज़िंदगी में होता है
प्रेम बस एक बार
कि देह से अलग होता है मन
कि रस्मों-रिवाज़ से ही बनती है
दुनिया खूबसूरत