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याचना / इंदिरा भारती

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हे विद्याधन के दानवीर
कुछ तोरा सुनाबे अइली ह,
तू ही हतs रास्ट्र निरमाता
कुछ तोरा से मांगे अइली ह.

तू ही लवकुस हमरा देलs
जेकरा में उत्तम रनकौसल रहए
कंठाग्र रामाएन रहे जेकरा
मनमोहन जेक्कर संगीत रहए
फेनु दs अइसन ग्यानपुत्र
जे तरकस तीर संहारे होए. हे ...

हे विस्वामित्र दs हमरा राम
जे मरयादा के रखइत होए .
चाहे आवे दुख के अन्हर
पर धैर्य कखनिओ न खोए. हे ...

हे द्रोन हमरा ऊ अर्जुन दs
जेकरा कर में गांडीव सजे
गौतम, कणाद, चाणक्य, कबीर
संकर, मंडन आ महावीर बने,
सब गुरुकुल में होए प्रेमपाठ
हर घर में संख सुग्रीव बजे. हे...

हे संदीपन हमरा किसन दs
गीता गूंजे फेनु भारत में,
फेर होए समुन्नत आर्य वंस
जन बने कर्ण परमारथ में. हे...

दs दान दधिची सन अस्थी
न बसे कहीं एकलव्य बस्ती,
सब दया धरम के दूत बने
निज रास्ट्र अवधूत जाने. हे...

हर युवा भगत सिंह, सिवा सुभास
हे भारती अइसन युक्ति दs,
होए घर-घर लछमीबाई
हम ईहे मांगे अइली ह,
हे विद्याधन के दानवीर
कुछ तोरा से मांगे अइली ह.