मैं अपने कहे जाने वालों के बीच
परेशान होकर बाहर निकला
रास्ते में एक अजनबी मिल गया
उसने नमस्ते किया
और प्यार से
मेरा हाथ अपने हाथ में लेकर मुस्कराने लगा
उसकी मुस्कान न जाने कितना कुछ कह गई
और देखते-देखते मेरी परेशानी बढ़ गई।
-11.11.2014
मैं अपने कहे जाने वालों के बीच
परेशान होकर बाहर निकला
रास्ते में एक अजनबी मिल गया
उसने नमस्ते किया
और प्यार से
मेरा हाथ अपने हाथ में लेकर मुस्कराने लगा
उसकी मुस्कान न जाने कितना कुछ कह गई
और देखते-देखते मेरी परेशानी बढ़ गई।
-11.11.2014