Last modified on 17 अप्रैल 2018, at 12:31

एक पल / सुनीता जैन

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:31, 17 अप्रैल 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुनीता जैन |अनुवादक= |संग्रह=यह कव...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

एक पल:
गिरने से पहले
फूल हवा में
अटका

एक पल:
अंगार दहकता
सौ अग्नि हो
चटका

एक पल:
जाना उसका
रात गए तक
खटका