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पेड़ / बालकृष्ण गर्ग

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(1)
है कुदरत का वरदान पेड़,
हरियाली की पहचान पेड़,
धरती माँ की मुस्कान पेड़,
जीवों को जीवन-दान पेड़।
(2)

काट न इनको, इन्हें न छेड़,
मत कर हरियाली की रेड!
वातावरण बनाते पेड़,
पर्यावरण बचाते पेड़!
[रचना : 15 मई 1996]