चैन मन में न मलीन सुनैन परे जल में न तई है।
'ताज' कहै परयंक यों बाल ज्यों चंपकी माल बिलाय गई हैं॥
नेकु बिहाय न रैन कछू यह जान भयानक भारि भई है।
भौन पैं भानु समान सुदीपक अंगन में मानों आगि दई है॥
चैन मन में न मलीन सुनैन परे जल में न तई है।
'ताज' कहै परयंक यों बाल ज्यों चंपकी माल बिलाय गई हैं॥
नेकु बिहाय न रैन कछू यह जान भयानक भारि भई है।
भौन पैं भानु समान सुदीपक अंगन में मानों आगि दई है॥