राजस्थानी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
रखड़ी पुरानी टीको नित नयो जी,
नित नया बाईसारा बीर बधावो म्हारे नित नयो जी।
झुटणा पुराना, झुमर्या नित नयीजी, कालर पुरानी डोरा नित नयोजी।
नित नया ओ बाईसा रा बीर, बधावो म्हारे नित नयो जी।
गजरा पुराना, चूड़ला नित नया जी, पायल पुरानी बिछिया नित नयीजी।
नित नया ओ बाईसा रा बीर, बधावो म्हारे नित नयो जी।
चूंदड़ पुरानी पीलो नित नयो जी, नित नया जी बाईसारा बीर बधावो म्हारा मेलामजी।