मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
मरबा पर बैसल छथि बरुआ भिखारी बैन क
बरुआ भिखारी बैन क, बरुआ भिखारी बैन क
मरबा पर बैसल...
बरुआ के दादी भीख लेने ठार छथि
भीखो नै लै छथि बरुआ ,भिखारी बैन क
मरबा पर बैसल छथि...
बरुआ के नानी भीख लेने ठार छथि
सोना के चेन मंगै छथि बरुआ भिखारी बैन क
मरबा पर बैसल...
बरुआ के अम्मा भीख लेने ठार छथि
भीख में मधुर मंगै छथि बरुआ भिखारी बैन क
मरबा पर बैसल...
बरुआ के फुआ भीख लेने ठार छथि
भीखो संग आशीष मंगै छथि बरुआ ,भिखारी बैन क
मरबा पर बैसल......