Last modified on 12 जनवरी 2009, at 00:47

ऊर्ध्वमूल / ध्रुव शुक्ल

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 00:47, 12 जनवरी 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ध्रुव शुक्ल |संग्रह=खोजो तो बेटी पापा कहाँ हैं / ...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

वृक्ष पर लिखे हैं कितने शब्द
जड़
तना
डाली :::पत्ते
फूल :::फल
नदी पर लिखा है जल
वायु पर बहता है प्राण
हवन-कुण्ड में आहूत अनन्तदेव
आकाश से झर कर पृथ्वी पर बिखरते हैं
देह पर लिख जाता है नाम
गेह पर धाम
समाधि पर हे राम