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औरतें: छ / तुलसी रमण

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नींद सोयी लोमड़ी को

एक रात दबा लेता

              माघ : एक बाघ



सुबह तक आधी बर्फ़ में

डूब जातीं औरतें

और आधी छिप जातीं

घास-पत्ती के बोझ में



जब से आता रहा माघ

डूबती रही औरतें



जुलाई 1998

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