Last modified on 29 मई 2009, at 14:24

शब्द-2 / केशव शरण

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:24, 29 मई 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केशव शरण |संग्रह=जिधर खुला व्योम होता है / केशव श...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

शब्द
अर्थ से भरा है
लेकिन वह ऎसे वाक्य में पड़ा है
कि अर्थहीन हो गया है

उसे निकालो
या वाक्य को बदल डालो