Last modified on 30 दिसम्बर 2009, at 14:33

जिधर खुला व्योम होता है / केशव शरण


जिधर खुला व्योम होता है
रचनाकार केशव शरण
प्रकाशक प्रगीत प्रकाशन, एस०-2/564, सिकरौल, वाराणसी-221 002
वर्ष 2003
भाषा हिन्दी
विषय कविताएँ
विधा
पृष्ठ 152
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।