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शब्द-7 / केशव शरण
Kavita Kosh से
प्यार
बिना कहे
कह जाता है
दृष्टि मात्र से
अपने प्रेमपात्र से
कर लेता सम्वाद है
लेकिन-
शब्द भी हों तो
क्या बात है!