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कार्रवाई जारी है / केशव शरण
Kavita Kosh से
बेशक, प्रताड़ित था वह
यह टूटी चप्पल फटे कुरते
और माथे से बहते
रक्त से प्रमाणित था
लेकिन चमाचम बूट
और लकालक वर्दियाँ
संतुष्ट नहीं थीं
वे ठोस सबूत चाहती थीं
ठोस सबूत
हीरे-सा
या पाषाण-सा
कहाँ से लाता वह
ग़रीब और कमज़ोर व्यक्ति
इसलिए
ठोस सबूत के अभाव में
द्रवित कर देने वाली उसकी रिपोर्ट
लिखी नहीं गई
लेकिन कोई बात नहीं
अगर उसकी रिपोर्ट किसी थाने ने नहीं लिखी
ज़माने ने लिख ली है
और कारवाई जारी है