Last modified on 30 मई 2009, at 10:20

नाम / केशव शरण

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:20, 30 मई 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केशव शरण |संग्रह=जिधर खुला व्योम होता है / केशव श...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

हो जाए
कितना भी खंडहर
नाम ’रानी का महल’
कहीं जाएगा,
नाम कहीं जाता है
नाम नहीं जाता है
धूल की तरह उड़ता है
खंडहर में
नाम