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साँचा:KKEkMoti

Butterfly-orange-48x48.png  एक काव्य मोती

टुकड़े-टुकड़े दिन बीता, धज्जी-धज्जी रात मिली।
जितना-जितना आँचल था, उतनी ही सौगात मिली।।

कविता कोश में मीना कुमारी