Last modified on 19 नवम्बर 2009, at 02:25

सफ़र / जया जादवानी

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:25, 19 नवम्बर 2009 का अवतरण ("सफ़र / जया जादवानी" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

सारी इच्छाएँ वैसे नहीं झरतीं
जैसे सूखे पत्ते
कुछ सूखे बीजों-सी
पैरों के नीचे आकर भी
फिर उसी ज़मीन पर
रच लेतीं रंग रूप आकार अपना
यूँ बार-बार जन्मने मरने के बीच
वे ढूँढ़ती हैं बेस्वाद
जीवन में स्वाद
यूँ वे बिना कहीं पहुँचे
अपने सफ़र में रहती हैं।