बाहर पंच भूतों से बने शरीर को
पाँच तत्वों में विलीन कर देने के
उपक्रम में अति व्यस्त
इस अंतिम घड़े
बहुत-बहुत सार्थक करते
दिखते मर्द
भीतर/बीते पल-पल को
सिमरन-माला के
मोतियों-सा घुमातीं
कुछ मन
कुछ लोक निभातीं
दहाड़ें मार-मार कर
रोती औरतें.