तार सप्तक
रचनाकार | अज्ञेय |
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प्रकाशक | भारतीय ज्ञानपीठ |
वर्ष | 1963 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | कविता |
पृष्ठ | 251 |
ISBN | 81-263-0069-8 |
विविध | तार सप्तक में गजानन माधव मुक्तिबोध, नेमीचन्द्र जैन, भारत भूषण अग्रवाल, प्रभाकर माचवे, गिरिजाकुमार माथुर, राम विलास शर्मा और अज्ञेय की रचनाएँ संकलित हैं |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
गजानन माधव मुक्तिबोध
- वक्तव्य / गजानन माधव मुक्तिबोध
- आत्मा के मित्र मेरे / गजानन माधव मुक्तिबोध
- दूर तारा / गजानन माधव मुक्तिबोध
- खोल आँखें / गजानन माधव मुक्तिबोध
- अशक्त / गजानन माधव मुक्तिबोध
- मेरे अंतर / गजानन माधव मुक्तिबोध
- मृत्यु और कवि / गजानन माधव मुक्तिबोध
- नूतन अहं / गजानन माधव मुक्तिबोध
- विहार / गजानन माधव मुक्तिबोध
- पूंजीवादी समाज के प्रति / गजानन माधव मुक्तिबोध
- नाश देवता / गजानन माधव मुक्तिबोध
- सृजन क्षण / गजानन माधव मुक्तिबोध
- अन्तदर्शन / गजानन माधव मुक्तिबोध
- आत्म संवाद / गजानन माधव मुक्तिबोध
- व्यक्तित्व और खंडहर / गजानन माधव मुक्तिबोध
- मैं उनका ही होता / गजानन माधव मुक्तिबोध
- हे महान / गजानन माधव मुक्तिबोध
- पुनश्च / गजानन माधव मुक्तिबोध
- एक आत्म वक्तव्य / गजानन माधव मुक्तिबोध
नेमिचन्द्र जैन
- वक्तव्य / नेमिचन्द्र जैन
- कवि गता है / नेमिचन्द्र जैन
- डूबती संध्या / नेमिचन्द्र जैन
- अनजाने चुपचाप / नेमिचन्द्र जैन
- इस क्षण में / नेमिचन्द्र जैन
- धूल भरी दोपहरी / नेमिचन्द्र जैन
- आगे गहन अँधेरा है / नेमिचन्द्र जैन
- क्या भाया / नेमिचन्द्र जैन
- जिंदगी की राह / नेमिचन्द्र जैन
- व्यर्थ / नेमिचन्द्र जैन
- उन्मुक्त / नेमिचन्द्र जैन
- पुनश्च / नेमिचन्द्र जैन
- आज फिर जब तुम से सामना हुआ / नेमिचन्द्र जैन