शारदा जी आप कविता कोश में लोकगीत जोड़ रही हैं यह खुशी की बात है। आपसे इतना अनुरोध है कि कृपया इन लोकगीतों को सही तरीके से एवं सही स्थान पर जोड़ें। आपने जो लोकगीत कड़ी शीर्षक नाम से डाला था उसे मैंने स्थानान्तरित कर दिया है। आप दिये गये लिंक जुगनी ते जुगना चल मणियाँ / पंजाबी पर क्लिक करके वहाँ पहुँच सकती हैं और देख सकती हैं कि मैंने इसमें क्या क्या बदलाव किये हैं। आपको अगर कोश में योगदान करने में किसी तरह की परेशानी हो तो आप कविता कोश टीम के किसी भी सदस्य से या मुझसे सम्पर्क कर सकती हैं। -धर्मेन्द्र कुमार सिंह
शारदा जी! आपके द्वारा डाले गये लोकगीत को सही जगह लगा दिया है। आप इस लिंक तिरंजन बैठियाँ नाराँ भला जी झुरमुट पाया ए / पंजाबी पर क्लिक करके वहाँ पहुँच सकती हैं और यदि कोई त्रुटि हो तो दूर कर सकती हैं। सादर। --धर्मेन्द्र कुमार सिंह