Last modified on 29 नवम्बर 2010, at 05:55

पिता आप / संतोष मायामोहन

Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:55, 29 नवम्बर 2010 का अवतरण

पिता आप
आप ही मां जाए भाई
आप ही मेरी भाभी के घर-
बालक ।
आप स्थिर
युगों-युगों से मेरे पिता
दूध चूंघते मेरी भाभी के स्तनों !

अनुवाद : नीरज दइया