Last modified on 7 दिसम्बर 2010, at 22:20

गलतबयानी / केदारनाथ अग्रवाल

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:20, 7 दिसम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल |संग्रह=कुहकी कोयल खड़े पेड़ …)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

ठीक है
सब कुछ ठीक है
दुनिया में
उसने कहा
जो पैसों के पहाड़ पर चढ़ा
स्वर्ग में पहुँचा
जमीन का युद्ध नहीं देखता।

रचनाकाल: २३-०३-१९७३