Last modified on 21 जुलाई 2009, at 18:59

ख़ुशबू / केशव शरण

एक हाथ से
जब दूसरे या तीसरे हाथ में जाती है
मंद पड़ जाती है ख़ुशबू

एक के बाद
एक को छोड़
जब हम लपकते हैं
किसी और इरादे की ओर

यही होता है