हो जाए
कितना भी खंडहर
नाम ’रानी का महल’
कहीं जाएगा,
नाम कहीं जाता है
नाम नहीं जाता है
धूल की तरह उड़ता है
खंडहर में
नाम
हो जाए
कितना भी खंडहर
नाम ’रानी का महल’
कहीं जाएगा,
नाम कहीं जाता है
नाम नहीं जाता है
धूल की तरह उड़ता है
खंडहर में
नाम