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प्रार्थना / शलभ श्रीराम सिंह

तुम्हारे लिए प्रार्थना की मैनें
प्रार्थना तुम्हारे सपनो के लिए
जीवन के लिए प्रार्थना की तुम्हारे।

अपने लिए प्रार्थना की मैंने
अपने सपनों के लिए
जीवन के लिए अपने।

सब के लिए प्रार्थना की मैंने
सबके सपनों के लिए
जीवन के लिए सबके,
प्रार्थना की।


रचनाकाल : 1992, विदिशा