दोपहर में
लोग
बड़ा-सा पेड़
ढूंढ़ते हैं
और
फूल
निपट अकेला हो जाता है।
छाँह की बुनावट में
फूल की
कोई भूमिका नहीं होती।
(रचनाकाल : 23.05.1979)
दोपहर में
लोग
बड़ा-सा पेड़
ढूंढ़ते हैं
और
फूल
निपट अकेला हो जाता है।
छाँह की बुनावट में
फूल की
कोई भूमिका नहीं होती।
(रचनाकाल : 23.05.1979)