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'''लेखन वर्ष: 2004२००४/२०११'''
हर वो शख़्स जिसको मैंने अपना ख़ुदा कहा
बादे-मतलब उस ने मुझ से <ref>मतलब पूरा होने के बाद, after fulfilment of need</ref> उसने मुझसे अलविदा कहा
जिसे जिसको मैं मानता हूँ धोख़ाधोख़:-ओ-अय्यारी यारों<ref>धोख़ा और चालाकी, cheat and selfishness</ref>ज़माने ने उस को उसको हुस्न की इक अदा कहा
वह प्यार जिस को जिसे एहसास कहते थे सभीहैं सब लोगउसने आज उसको बदन की इक सदा <ref>पुकार, call</ref> कहा
मैं था उसके पीछे उसका ज़माने की ग़ालियाँ खाकरउस ने उसने मुझे किसी ग़ैर हुस्न पर फ़िदा कहा
जिन आँखों का तअल्लुक मैं देता था <ref>सम्बंध, relation</ref> रहा है मस्जिद सेउसे उस के उन्हें उसके यार ने महज़ इक मैक़दा कहा
मैं कहता था उससे थी मेरे अपने ज़ख़्मों की कहानीउसने कुछ और उसने नये ज़ख़्मों को तयशुदा <ref>निश्चित, certain</ref> कहा
'''शब्दार्थ:सदा: पुकार, call; बादे-मतलब: मतलब पूरा होने के बाद, ; धोख़ा-ओ-अय्यारी: धोख़ा और चालाकी, cheating and cleverness; तअल्लुक: ताल्लुक, relation; मैकदा:शराबख़ाना, bar; तयशुदा:निश्चित, certain{{KKMeaning}}
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